राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 में अध्यापकों के लिए राष्ट्रीय व्यावसायिक मानक (एनपीएसटी)
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020, शिक्षक को शिक्षा प्रणाली में प्रस्तावित मूलभूत सुधारों के केंद्र में रखती है। यह नीति इंगित करती है कि शिक्षक वास्तव में हमारे बच्चों के भविष्य को आकार देते हैं - और, इसलिए, स्कूली शिक्षा के सभी स्तरों पर सभी छात्रों को जोशपूर्ण, अभिप्रेरक, उच्च योग्यता वाले, व्यावसायिक रूप से प्रशिक्षित और पूर्णतया तैयार शिक्षकों द्वारा पढ़ाया जाना चाहिए।
इसके लिए, शिक्षकों को हमारे समाज के सबसे सम्मानित और अनिवार्य सदस्यों के रूप में पुनः स्थापित किया जाना चाहिए। शिक्षकों को सशक्त बनाने और उन्हें अपना काम यथा संभव प्रभावी ढंग से करने में मदद करने के लिए सब कुछ किया जाना चाहिए। आजीविका, सम्मान, प्रतिष्ठा और स्वायत्तता सुनिश्चित करते हुए, साथ ही प्रणाली में गुणवत्ता नियंत्रण और जवाबदेही की बुनियादी विधियों को स्थापित करते हुए, सर्वश्रेष्ठ और प्रतिभाशाली लोगों को सभी स्तरों पर शिक्षण व्यवसाय में प्रवेश करना चाहिए।
ऐसा शिक्षकों के लिए अध्यापकों के लिए राष्ट्रीय व्यावसायिक मानक (एनपीएसटी) के माध्यम से संभव बनाया जाएगा, जो एनईपी 2020 के पैरा 5.20 में बताई गई नीचे यथा निर्दिष्ट आवश्यक नीतिगत कार्रवाई है।
पैरा 5.20. राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020
सामान्य शिक्षा परिषद (जीईसी) के अंतर्गत व्यावसायिक मानक निर्धारण निकाय (पीएसएसबी) के अपने पुनर्गठित नए रूप में राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद द्वारा अध्यापकों के लिए राष्ट्रीय व्यावसायिक मानकों (एनपीएसटी) का एक सामान्य मार्गदर्शक संग्रह एनसीईआरटी, एससीईआरटी, विभिन्न स्तरों और क्षेत्रों के शिक्षकों, शिक्षक तैयारी और विकास में विशेषज्ञ संगठनों, व्यावसायिक शिक्षा में विशेषज्ञ निकायों और उच्च शिक्षा संस्थानों के साथ परामर्श करके 2022 तक विकसित किया जाएगा। ये मानक विशेषज्ञता/चरणों के विभिन्न स्तरों पर शिक्षक की भूमिका की अपेक्षाओं और उस चरण के लिए अपेक्षित दक्षताओं को समाविष्ट करेंगे। इसमें प्रत्येक चरण के लिए प्रदर्शन मूल्यांकन के मानक भी शामिल होंगे, जिन्हें समय-समय पर क्रियान्वित किया जाएगा।